भारतीय इतिहास और संस्कृति
भारतीय इतिहास और संस्कृति दोनों ही विशाल और विविध हैं। भारतीय इतिहास विभाजित रूप से तीन प्रमुख कालों में विभाजित होता है: आदिकाल (प्राचीन भारतीय सभ्यताएं), मध्यकाल (मौर्य, गुप्त, चोल और राजपूत राजवंश आदि) और आधुनिक काल (ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता तक और उसके बाद का समय)। इसी तरह, भारतीय संस्कृति भी समृद्ध और अनूठी है, जिसमें विविधता और सांस्कृतिक धरोहर के संगम से भरा हुआ है।भारतीय इतिहास के प्रमुख घटक:1. **प्राचीन भारतीय सभ्यताएं**: भारत के आदिकाल में विभिन्न सभ्यताएं उभरीं, जिनमें हरप्पा सभ्यता और वैदिक सभ्यता शामिल थीं। यह समय भारतीय धरोहर, वैदिक संस्कृति, और धार्मिक ग्रंथों की उत्पत्ति के रूप में महत्वपूर्ण था।2. **मध्यकालीन भारत**: मध्यकालीन भारत में महान राजवंश जैसे मौर्य, गुप्त, चोल, राजपूत, और दिल्ली सल्तनत समय शामिल थे। इस काल में भारत विविधता और भाषाओं का घर बना था, और कला, साहित्य, और विज्ञान में भारतीय संस्कृति की उन्नति हुई थी।3. **आधुनिक भारत**: ब्रिटिश शासन के बाद भारत के राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोन में बड़े बदलाव हुए। भारत को 1947 में स्वतंत्रता मिली, जिससे एक नई राजनीतिक संरचना और समाजवादी विकास की दिशा में प्रगति हुई।भारतीय संस्कृति:भारतीय संस्कृति बहुत विविध है और विभिन्न धार्मिक सम्प्रदायों, भाषाओं, और क्षेत्रों में समृद्ध है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, बौद्ध, और जैन समुदाय संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को प्रतिनिधित्व करते हैं। भारतीय संस्कृति का आधार सनातन धर्म (हिंदू धर्म) है, जिसमें धार्मिक तत्व, पूजा पध्दति, धार्मिक त्योहार, और शास्त्रीय संस्कृति के नियम शामिल होते हैं।भारतीय संस्कृति में कला, संगीत, नृत्य, और शिक्षा भी महत्वपूर्ण हैं। भारतीय शिक्षा पद्धति गुरु-शिष्य परंपरा पर आधारित है और भारतीय कल रूप से भी महत्वपूर्ण है। भारतीय कला में मूर्तिकला, तांत्रिक कला, कलाकृति, रंगमंच कला आदि शामिल हैं। भारतीय संस्कृति में समाज के सभी वर्गों को सम्मान दिया जाता है और सामाजिक एकता और समरसता को प्रोत्साहित किया जाता है।भारतीय संस्कृति में विभिन्न राज्यों के विशेष भोजन, पर्व-त्योहार, और परंपराएं भी हैं, जो उनके स्थानीय भावनाओं, संस्कृति और जीवनशैली का प्रतिनिधित्व करते हैं।भारतीय इतिहास और संस्कृति का अध्ययन भारत के अन्तर्राष्ट्रीय उपस्थिति और राष्ट्रीय एकता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारतीय सभ्यता और संस्कृति के इतिहास के अध्ययन से हम अपने रूपरेखा को समझते हैं और अपने समाज और संस्कृति के विकास में नई दिशा देने के लिए प्रेरित होते हैं।किस
अभिलेख से पुष्टि हुई कि पुष्यमित्र शुंग ने अश्वमेघ यज्ञ किया था-- अयोध्या
अभिलेख
भारतीय इतिहास और संस्कृति दोनों ही विशाल और विविध हैं। भारतीय इतिहास विभाजित रूप से तीन प्रमुख कालों में विभाजित होता है: आदिकाल (प्राचीन भारतीय सभ्यताएं), मध्यकाल (मौर्य, गुप्त, चोल और राजपूत राजवंश आदि) और आधुनिक काल (ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता तक और उसके बाद का समय)। इसी तरह, भारतीय संस्कृति भी समृद्ध और अनूठी है, जिसमें विविधता और सांस्कृतिक धरोहर के संगम से भरा हुआ है।
भारतीय इतिहास के प्रमुख घटक:
1. **प्राचीन भारतीय सभ्यताएं**: भारत के आदिकाल में विभिन्न सभ्यताएं उभरीं, जिनमें हरप्पा सभ्यता और वैदिक सभ्यता शामिल थीं। यह समय भारतीय धरोहर, वैदिक संस्कृति, और धार्मिक ग्रंथों की उत्पत्ति के रूप में महत्वपूर्ण था।
2. **मध्यकालीन भारत**: मध्यकालीन भारत में महान राजवंश जैसे मौर्य, गुप्त, चोल, राजपूत, और दिल्ली सल्तनत समय शामिल थे। इस काल में भारत विविधता और भाषाओं का घर बना था, और कला, साहित्य, और विज्ञान में भारतीय संस्कृति की उन्नति हुई थी।
3. **आधुनिक भारत**: ब्रिटिश शासन के बाद भारत के राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोन में बड़े बदलाव हुए। भारत को 1947 में स्वतंत्रता मिली, जिससे एक नई राजनीतिक संरचना और समाजवादी विकास की दिशा में प्रगति हुई।
भारतीय संस्कृति:
भारतीय संस्कृति बहुत विविध है और विभिन्न धार्मिक सम्प्रदायों, भाषाओं, और क्षेत्रों में समृद्ध है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, बौद्ध, और जैन समुदाय संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को प्रतिनिधित्व करते हैं। भारतीय संस्कृति का आधार सनातन धर्म (हिंदू धर्म) है, जिसमें धार्मिक तत्व, पूजा पध्दति, धार्मिक त्योहार, और शास्त्रीय संस्कृति के नियम शामिल होते हैं।
भारतीय संस्कृति में कला, संगीत, नृत्य, और शिक्षा भी महत्वपूर्ण हैं। भारतीय शिक्षा पद्धति गुरु-शिष्य परंपरा पर आधारित है और भारतीय कल रूप से भी महत्वपूर्ण है। भारतीय कला में मूर्तिकला, तांत्रिक कला, कलाकृति, रंगमंच कला आदि शामिल हैं। भारतीय संस्कृति में समाज के सभी वर्गों को सम्मान दिया जाता है और सामाजिक एकता और समरसता को प्रोत्साहित किया जाता है।
भारतीय संस्कृति में विभिन्न राज्यों के विशेष भोजन, पर्व-त्योहार, और परंपराएं भी हैं, जो उनके स्थानीय भावनाओं, संस्कृति और जीवनशैली का प्रतिनिधित्व करते हैं।
भारतीय इतिहास और संस्कृति का अध्ययन भारत के अन्तर्राष्ट्रीय उपस्थिति और राष्ट्रीय एकता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारतीय सभ्यता और संस्कृति के इतिहास के अध्ययन से हम अपने रूपरेखा को समझते हैं और अपने समाज और संस्कृति के विकास में नई दिशा देने के लिए प्रेरित होते हैं।
किस
अभिलेख से पुष्टि हुई कि पुष्यमित्र शुंग ने अश्वमेघ यज्ञ किया था-- अयोध्या
अभिलेख - बंगाल के किस नवाब ने अपनी राजधानी मुर्शिदाबाद से परिवर्तित करके मुंगेर कर दी थी मीर कासिम
- मुगल काल में लोक निर्माण विभाग को क्या कहते थे -- शोहरते -ए आम
- सल्तनत काल में सर्व क्या था-- सिंचाई कर
- नायाब-ए- मामलिकात नामक पद का सृजन सल्तनत काल में किसने किया - मुईज उद्दीन बहरामशाह
- हीरोस्तिका नामक ग्रंथ के लेखक कौन हैं-- हेरोडोटस
- उत्तर रामचरितमानस के लेखक कौन हैं-- भवभूति
- खमेर्र के राजा ने किस भारतीय राजा से मित्रता की थी- राजेंद्र प्रथम से
- महमूद के साथ भारत आए किस विद्वान ने भारतीय समाज पर एक किताब “किताब-उल-हिंद” लिखी -- अलबरूनी
- पुष्यमित्र शुंग ने अश्वमेघ यज्ञ किए थे यह जानकारी किस ग्रंथ से प्राप्त होती है-- महाभाष्य से
- एतरेण ब्राह्मण किस वेद का है-- ऋग्वेद
- चोल वंश का संस्थापक कौन था – विजायालय
- विशिष्टाद्वैत के प्रवर्तक कौन थे- रामानुजाचार्य
- खानवा का युद्ध कब हुआ --1526
- वैदिक काल में पणी नाम से जाने गए समुदाय का मुख्य व्यवसाय क्या था--व्यापार
- ऋग्वेद में पुत्री के लिए दुहिता शब्द का प्रयोग किया गया है इसका शाब्दिक अर्थ क्या होता है गाय को दोहन करने वाली
- संगम युग में तमिलों का सर्वाधिक प्रिय देवता कौन था--मुरगन
- गिरनार में सुदर्शन झील का निर्माण किस शासक ने करवाया था चंद्रगुप्त मौर्य ने
- मेगस्थनीज की पुस्तक इंडिका के अनुसार मौर्य समाज कितने वर्गों में विभाजित था--(7 वर्गों में विभाजित दार्शनिक, सैनिक ,कृषक ,चरवाहे, शिल्पकार, न्यायाधिकारी और पार्षद)
- कनिष्क की राजधानी कहां थी-पुरुषपुर( पेशावर)में
- गुजरात को जीतकर उसमें शामिल किया था-- अलाउद्दीन खिलजी ने
- अमीर खुसरो की शैली का जन्मदाता है --कव्वाली दिल्ली के लाल किले के अंदर मोती मस्जिद का निर्माण किसने करवाया था औरंगजेब
- सांची का स्तूप किस वंश ने बनवाया था- मौर्य वंश ने
- कितने हत्या कर सत्ता हथियाई थी जिसका अंत भी हत्या के द्वारा ही हुआ शुंग वंश ने
- हाथी गुफा अभिलेख में किस की उपलब्धियों का विवरण मिलता है --खारवेल
- सिराजुदौला के साथ अंग्रेजों ने कौन सी संधि की थी-अलीनगर
- नरेंद्र मंडल की स्थापना का सुझाव किसने किया था-चेम्सफोर्ड ने
- धन निकासी के सिद्धांत के प्रतिपादक कौन थे--दादाभाई नौरोजी
- सल्तनत काल में किले की सेना के खर्च के लिए निर्धारित भूमि को क्या कहा जाता था महफूज
- सल्तनत में प्रांत की सेना क्या कहलाती थी हसमे अतराफ
- ग्वालियर अभिलेख के अनुसार अरबो को सिंध से आगे बढ़ने से किसने रोका था--नागभट्ट ने
- शेरशाह का मकबरा स्थित है-- सासाराम में
- एलोरा के प्रसिद्ध कैलाश मंदिर का निर्माण किसने करवाया था--राष्ट्रकूटों ने
- खालसा पंथ की स्थापना तथा धर्म चार पाहुल को किस सिख गुरु ने चलाया था--गुरु गोविंद सिंह ने शेरशाह का मकबरा कहां स्थित है---सासाराम में
- कबीर की मृत्यु के पश्चात उनकी समाधि कहां बनाई गई --मगहर में
- बागी शाहजादा खुसरो को आश्रय देने के लिए जहांगीर ने किस सिख गुरु को मृत्युदंड दिया था अर्जुन गुरु को
- पांडवों का उल्लेख सर्वप्रथम किस विदेशी यात्रा में किया गया था मार्कोपोलो
- व्यास नदी का प्राचीनतम नाम क्या था बिपाशा
- छठी शताब्दी ईसा पूर्व में वत्स जनपद की राजधानी कहां थी कौशांबी
- सातवाहन वंश का महानतम शासक कौन था--गौतमीपुत्र शतकर्णी
- पहली बार किस अधिनियम के तहत गवर्नर जनरल के कार्यकारी परिषद में विधि निर्माण के उद्देश्य से किसी भारतीय को मनोनीत किया गया- भारतीय काउंसलिंग अधिनियम 1861
- पाटलिपुत्र की स्थापना किसने की थी-- उदयन ने
- किस गवर्नर जनरल के काल अंग्रेजी उच्च शिक्षा और सरकारी कामकाज की भाषा के रूप में स्वीकार की गई—लार्ड बिलियम बैंटिक के
- महाराजा रणजीत सिंह के साथ किसके विचार विमर्श के परिणाम स्वरुप अमृतसर की संधि हुई- सर चार्ल्स मेटकाफ
- किस शासक के शासनकाल में बहमनियो ने अपनी राजधानी गुलबर्गा से स्थानांतरित कर बीदर में बनाई थी-अहमदशाह ने
- सोमनाथ मंदिर पर महमूद गजनवी ने आक्रमण किया था उस समय वहां का शासक कौन था-- भीम प्रथम
- फुतूह-उल-सतातिन की रचना किसने की थी इसामहा में १३५०
- पाण्ड्यओ का उल्लेख सर्वप्रथम किस विदेशी यात्री ने किया था-- मार्को पोलो ने
- व्यास नदी का प्राचीन नाम क्या था-- बिपाशा
- छठी शताब्दी ई पू में वत्स जनपद की राजधानी कहां थी कौशांबी में
- गौतम शत करणी की मृत्यु के पश्चात उसके दो अल्पवयस्क पुत्रों वेद श्री और शक्ति श्री का संरक्षण किसने किया था-- नगनिका ने
- हाल ने गाथा सप्तशती नामक ग्रंथ की रचना किस भाषा में की गई थी-- प्राक भाषा में
- गिरनार में सुदर्शन झील का निर्माण किसने कराया था चंद्र गुप्त मौर्य ने
- कौन सा शासक प्रत्येक पांचवे वर्ष प्रयाग में धार्मिक सम्मेलन किया करता था हर्षवर्धन
- नर्सिंह बर्मन द्वितीय ने कांची में किस मंदिर का निर्माण कराया था कैलाश मंदिर का
- प्रसिद्ध पारसी त्योहार “ नौरोज “ किस शासक ने प्रारंभ किया :- बलबन
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