Ashwini Nakshatra के जातक विलक्षण कार्य करने वाले होते हैं ये जातक देखने में सुन्दर तथा साधारणतया भाग्यवान होते हैं।
अश्विनी नक्षत्र Ashwini Nakshatra के जातक विलक्षण प्रतिभा वाले होते हैं
Ashwini Nakshatra (अश्विनी नक्षत्र) के तक देखने में सुन्दर तथा साधारणतया भाग्यवान होते हैं। काम में निपुण एवं धनी लोगों में लोकप्रिय होते हैं। अच्छे कपड़े पहनना पसन्द करते हैं व शान्त स्वभाव होते हैं। इनकी बुद्धि तीक्ष्ण होती है और होशियार होते हैं। ये कुछ खर्चीले भी होते हैं। जायदाद सम्बन्धी परेशानी रहती है। भाईयों से झगड़ा भी हो जाता है।
Ashwini Nakshatra (अश्विनी नक्षत्र) |
अश्विनी नक्षत्र ( Ashwini Nakshatra) के ये जातक अपने इरादे के दृढ़ व पक्के होते हैं। ये उन लोगों के बड़े ही आज्ञाकारी होते हैं, जो इनसे प्रेम करते हैं। ये हर काम सोच-समझ कर करते हैं। ग्रह स्थिति के अनुसार ये कई बार बड़े चालाक होते हैं और गलत काम करते हैं। इस प्रकार इनके पास धन तो होता है परन्तु धन का लाभ कम ही होता है। और ये परिवार को कठिनाईयों में डाल देते हैं।
अश्विनी नक्षत्र के पुरुष जातक अच्छे पढ़े-लिखे होते हैं। गुप्तविद्या में रुचि होती है। ये कई विषयों के ज्ञाता होते लेकिन किसी विषष में विशेषज्ञ कम ही होते हैं।
अश्विनी नक्षत्र ( Ashwini Nakshatra) के परिवार
परिवार के बाहर से इन्हें अधिक सहायता मिलती है। विवाह 29 वर्ष तक हो जाता है तथा पुत्रियों से पुत्र अधिक होते हैं।स्त्री जातक का विवाह 27.5 वर्ष तक हो जाता है। यदि विवाह छोटी उम्र में हो जाए तो साधारण गड़बड़ हो जाती है। पुत्रियां अधिक तथा पुत्र कम होते हैं।
अश्विनी नक्षत्र ( Ashwini Nakshatra) के पुरुष जातकों का स्वास्थ्य
पुरुष जातकों का स्वास्थ्य अच्छा होता है किन्तु कई बार ग्रह स्थिति अनुसार ये अस्वस्थ ही रहते हैं। सिरदर्द, हृदय विकार, सिर में चोट, पीलिया, मिर्गी, बेहोशी के दौरे पड़ने, मलेरिया, अनिद्रा, नाड़ी विकार आदि की सम्भावना रहती है। स्त्री जातक का स्वास्थ्य अच्छा होता है। कई बार यूँ ही चिन्ता रहती है तथा ऐसा करने से इनकी यह चिंतित अवस्था चरम पर पहुंच जाती है एवं स्वास्थ्य में अस्थिरता आ जाती है। पहले दिए जा चुके विकारों के अतिरिक्त इन्हें मासिक धर्म कष्ट हो जाता है।
अश्विनी नक्षत्र ( Ashwini Nakshatra) के स्त्री जातक
अश्विनी नक्षत्र (Ashwini Nakshatra) की स्त्री जातक सुन्दरियां, सुन्दर आँखें तथा छवि आकर्षक होती है। बताई गई विशिष्टताओं से अधिक इनकी वाणी बड़ी मधुर होती है तथा इनमें किसी को अपने निकट ले आने की शक्ति होती है। दिल की साफ एवं कामुक भी होती हैं परन्तु प्रत्येक का मान-सम्मान भी करती हैं।
अश्विनी नक्षत्र (Ashwini Nakshatra) की स्त्री जातक भी अच्छी पढ़ी-लिखी होती है परन्तु साथ-साथ घरेलू कार्यों में भी इनकी पूरी लगन होती है। पुरुष जातक अपने परिवार के सदस्यों से बड़ा प्रेम करते हैं परन्तु परिवार के सदस्य इनको अच्छा कम ही मानते हैं, यह इनके स्वभाव के कारण होता है। पिता से प्यार कम ही मिलता है।
स्त्री जातक यद्यपि गृह कार्यों में पूरी रुचि लेती हैं तथा परिवार के कामों में लगी रहती है, यदि नौकरी में जाएँ तो अधिकारी ही होती हैं। अश्विनी नक्षत्र के जातक पुलिस, मिलिटरी, मैडिकल एवं स्वास्थ्य, सर्जन, न्याय, जेल, रेलवे, मशीनरी, लोहा आदि के कामों में सफल होते हैं।
अश्विनी नक्षत्र ( Ashwini Nakshatra) के स्वामी
नक्षत्र स्वामी केतु है। इसका रत्न लहसूनियां है। तीन रत्ती लहसुनियां सोने की अँगूठी में दूसरी उंगली में धारण करना शुभ फलदायक है। सूर्य साधारणतः 14 अप्रैल से 27 अप्रैल तक इस नक्षत्र में होता है।
नोट : कोई भी दुबिधा हो तो नि:संकोच प्रश्न कमेन्ट के माध्यम से पूछ सकते है
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